৬২২

পরিচ্ছেদঃ অলংকারে যাকাতের বিধান

৬২২. উম্মু সালামাহ (রাঃ) থেকে বর্ণিত যে, তিনি স্বর্ণের বালা পরতেন। তারপর তিনি বললেন, —হে আল্লাহর রসূল! এগুলো কি (কুরআনে উল্লেখিত) গচ্ছিত সম্পদ (কানয) ? নবী ( বললেন, ’যদি এর যাকাত আদায় কর তবে তা কানয হবে না। -হাকিম একে সহীহ বলেছেন।[1]

وَعَنْ أُمِّ سَلَمَةَ رَضِيَ اللَّهُ عَنْهَا; أَنَّهَا كَانَتْ تَلْبَسُ أَوْضَاحًا مِنْ ذَهَبٍ فَقَالَتْ: يَا رَسُولَ اللَّهِ! أَكَنْزٌ هُوَ? فَقَالَ: «إِذَا أَدَّيْتِ زَكَاتَهُ, فَلَيْسَ بِكَنْزٍ». رَوَاهُ أَبُو دَاوُدَ, وَالدَّارَقُطْنِيُّ, وَصَحَّحَهُ الْحَاكِمُ

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حديث صحيح، وإسناده ضعيف. رواه أبو داود (1564)، والدارقطني (2/ 105 / 1)، والحاكم (1/ 390)، وقد أعل هذا الحديث ابن الجوزي في «التحقيق»، والبيهقي في «الكبرى» كل واحد منهما بعلة ليست هي العلة الأصلية في الحديث، وإنما علته الانقطاع، إلا أنه صحيح بما له من شواهد، وتفصيل كل ذلك بالأصل. «تنبيه»: اللفظ الذي ساقه الحافظ هنا هو للدارقطني، والحاكم، وأما لفظ أبي داود، فهو: «ما بلغ أن تؤدي زكاته، فزكي، فليس بكنز

وعن ام سلمة رضي الله عنها; انها كانت تلبس اوضاحا من ذهب فقالت: يا رسول الله! اكنز هو? فقال: «اذا اديت زكاته, فليس بكنز». رواه ابو داود, والدارقطني, وصححه الحاكم - حديث صحيح، واسناده ضعيف. رواه ابو داود (1564)، والدارقطني (2/ 105 / 1)، والحاكم (1/ 390)، وقد اعل هذا الحديث ابن الجوزي في «التحقيق»، والبيهقي في «الكبرى» كل واحد منهما بعلة ليست هي العلة الاصلية في الحديث، وانما علته الانقطاع، الا انه صحيح بما له من شواهد، وتفصيل كل ذلك بالاصل. «تنبيه»: اللفظ الذي ساقه الحافظ هنا هو للدارقطني، والحاكم، واما لفظ ابي داود، فهو: «ما بلغ ان تودي زكاته، فزكي، فليس بكنز


Umm Salamah (RAA) narrated that she was wearing golden ornaments and asked the Messenger of Allah (ﷺ), ‘Is it considered as a treasure?’ He said, “If you pay the due Zakah, then it is not considered as a treasure.” Related by Abu Dawud and Ad-Daraqutni.


হাদিসের মানঃ সহিহ (Sahih)
বর্ণনাকারীঃ উম্মু সালামাহ (রাঃ)
পুনঃনিরীক্ষণঃ
বুলুগুল মারাম
পর্ব - ৪ঃ যাকাত (كتاب الزكاة)